22 ₹ में तकलीफ देह और
स्टेशन से घर तक 8km
के ओटो किराया200 ₹
देकर भी खुश
वाह मेरे देश की पब्लिक !
सरकारी सुविधा की कीमत
बढ़ने में दुखी प्राइवेट
आदमी की लूट पर चुप
मैं मानसिक रूप से तैयार हूं
आने वाले दो वर्षों तक बढ़ने
वाली महंगाई का सामना
करने के लिये.
देश का खजाना खाली है
- मैं ये जानता हूं
खजाना खाली क्यों है -
मैं ये भी जानता हूं.
खजाना कहां गया -
ये भी जानता हूं.
पुराना ठेठ देसी फ़ेसबुकिया हूं
कोई कूल-डूड नहीं जो
देश की आर्थिक स्थिति से
अनभिज्ञ रहूं.
मैं फीफा वर्ल्ड कप से
अधिक निगाह ईराक पे
बनाए बैठा हूं.
ईराक संकट से देश में और
महंगाई आयेगी
- मैं इसके लिये भी
मानसिक रूप से तैयार हूं.
जो यह पोस्ट कर रहे हैं कि
क्या फ़र्क रह गया पिछली
यूपीए सरकार में और आज
की मोदी सरकार में ?
उन्हें अपनी आंखें खोलनी
चाहिये फ़र्क है...!!!
फ़र्क है नीयत का.
जब न चाहते हुए १० सालों
तक चोरों और लुटेरों की
मदद कर सकता हूं तो इस
बार तो देश की तिजोरी
में दे रहा हूं.
मुझे इतना विश्वास है कि
बढ़ी महंगायी की एक-एक
पायी सरकारी खजाने में
जायेगी,
न कि स्विस बंकों में.
वैसे ये १०० प्रतिशत मेरे
निजी विचार हैं.
यदि आप भी यही विचार
रखते हैं तो स्वागत है.
भारत की जनता से मेरी विनती है
कृपया अच्छे दिनों के लिये धैर्य रखें
आपने प्रधानमंत्री चुना है
जादूगर नही more