जब तक पुलिस अधिनियम मे सुधार नहीं होगा और पुलिस को सत्ता के लिए की जगह आम आदमी के लिए नहीं बनाया जाएगा कहीं भी पुलिस की कार्यप्रणाली मे परिवर्तन नहीं हो सकता है -गोरखपुर क्या पूरा पूर्वाञ्चल ही क्या पूरा प्रदेश सपा शासन काल मे सपा नेताओं के अनुसार चलता है -पुलिस क्या करेगी जब छुटभैया नेता इनको वर्दी उतरवाने की धमकी मंत्रियों के सामने दे डालते है । आम आदमी इनकी मदद लेने से बेहतर किसी नेता/गुंडा की मदद लेना ही चाहता है और हमारे जैसे वरिष्ठ नागरिक दूर से ही सलाम करते है और ईश्वर से प्राथना की पुलिस से दूर रखना ।
In Gorakhpur crime rate is not in appropriate order. Needs improvement in the system and our police should listen people in polite manner so that people who don't want to approach or go nereby police, can express their problem fearlessly.
Hyderabad police being active during the nights has brought in a lot of confidence to ordinary citizens like me. Keep it up although I think police needs to interact more with civil society and make themselves more approachable