72 वर्षीय बुजुर्ग Heart & Diabetic Patient Ex-Serviceman द्वारा इकलौती संतान शिक्षिका बेटी खुशबू के
Signed 4/3000
Online Signatures: 4
To
Chief Minister, Uttarakhand
cm-ua@nic.in
1. श्रीमती बेबी रानी मौर्य,
राज्यपाल,
उत्तराखंड सरकार,
देहरादून - 248001
2. श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,
मुख्य मंत्री,
उत्तराखंड सरकार,
देहरादून - 248001
संदर्भ : मैंने इकलौती संतान 'बेटी बचाई भी और बेटी पढ़ाई भी' परन्तु उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के आदेश VIP(M)/(B)728/XXXV-1/2018 के बाद भी शिक्षिका बेटी (Employee ID 154779) का जिला रुद्रप्रयाग से हरिद्वार जिले में तबादला न होना !
विषय : 72 वर्षीय हृदय एवं मधुमेह रोगी असहाय बुजुर्ग पूर्व सैनिक द्वारा मानवीय आधार पर शिक्षिका बेटी खुशबू के रूड़की (जिला हरिद्वार,उत्तराखंड) में स्थानांतरण हेतु गुहार
महोदय ,
मैं 72 वर्षीय पूर्व सैनिक (Army Number 1401552) हूं और 26 वर्षों से हृदय और मधुमेह रोग से पीड़ित (Heart & Diabetic Patient) हूं। मैंने 1963 से 1980 (निर्बाध 17 वर्ष) तक भारतीय सेना में पूर्ण अनुशासन, आस्था व निष्ठा से सेवा की है। इस दौरान मैंने 1965 व 1971 में हुए भारत-पाक युद्धाें में भी सक्रिय भागीदारी निभाई और बांग्लादेश के निर्माण में सेना के प्रयासों में यथोचित योगदान दिया। फलस्वरूप मुझे सेना की ओर से दो मेडल मिले हैं।
1994 से हृदय रोग व मधुमेह रोग से पीड़ित होने के कारण ही दिल्ली के एस्कॉर्ट अस्पताल में मेरी चार बार (1999, 2011, 2015 & 2017) एन्ज्योप्लास्टी (See Attached Apolo Hospital Medical Certificates) हो चुकी है। इस कारण मुझे नियमित अंतराल पर चेकअप के लिए दिल्ली जाना-आना पड़ता है। इस वजह से और वृद्धावस्थाजन्य स्वास्थय कारणों से भी मुझे लगातार देखभाल व सहयोग के लिए इकलौती बेटी खुशबू की नितांत आवश्यकता रहती है। उसकी अनुपस्थिति में आपात्कालीन स्थिति में मुझे कई बार मजबूरन पड़ोसियों की मदद लेनी पड़ती है।
यहां खेद के साथ लिख रहा हूं कि उत्तराखंड केेे मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने पत्रांक VIP(M)/(B)728/XXXV-1/2018 द्वारा अपनी सरकार के शिक्षा विभाग के सचिव को मेरी इकलौती संतान बेटी खुशबू गोयल का रुद्रप्रयाग से हरिद्वार जिले में स्थानांतरण का आदेश दिया था जैसाकि रूड़की के क्षेत्रीय विधायक श्री प्रदीप बत्रा ने अपने पत्रांक 2018-19/MLA /737 दिनांक 17.4 2018 (See Attachment) द्वारा भी शिक्षा विभाग के सचिव को स्मरण दिलाया है। श्री बत्रा की इस चिठ्ठी पर मुख्यमंत्री के वरिष्ठ निजी सचिव श्री हेम चंद्र भट्ट की सचिव, शिक्षा के नाम नोटिंग भी है। किंतु इसके बावजूद आज तक मुख्यमंत्री् के आदेश का पालन नहीं हुआ।
भाजपा विधायक श्री प्रदीप बत्रा इससे पूर्व पत्रांक 2017-18/MLA/648 दिनांक 22.1.2018 द्वारा प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री अरविंद पांडेय को और पत्रांक 2017-18/MLA/647 दिनांक 4.2.2018 द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री को बेटी खुशबू गोयल (Employee ID 154779) केेेेेेेेे रूड़की स्थानांतरण की संस्तुति कर चुके थे।
इसी संबंध में तत्कालीन मानव संसंसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ सत्य पाल सिंह ने भी अपने अर्ध शासकीय पत्र संख्या 34/2018-19 (See Attachment ) दिनांक 16 फरवरी, 2019 द्वारा उत्तराखंड के विद्यालयी शिक्षा मंत्री श्री अरविंद पांडेय को बेटी खुशबू गोयल के स्थानांतरण निवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का निवेदन किया था। लेकिन उक्त सभी पत्र 'नक्कारखाने में तूती की आवाज' सिद्ध हुए हैं।
भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत के संसद में 16 मार्च, 2020 को दिए गए बयान (See Attached Newspaper Cutting ) के अनुसार वह देश के मेरे जैसे असहाय बुजुर्गोंं की देखभाल व कल्याण के लिए बहुत चिंतित हैं और बुजुर्गों के लिए जल्द व्यापक नीति बना रहे हैं, जिसमें बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल के लिए बच्चों को आर्थिक मदद का भी प्रावधान होगा। लेकिन इसी बीच देश भर में लाकडाउन हो गया।
वर्तमान में मैं पेंशन पर ही पूर्णतया आश्रित हूं, जिस कारण आर्थिक, शारीरिक, सामाजिक और मानसिक रूप से काफी दुर्बल हो गया हूं। ऐसी स्थिति में मेरे भविष्य और आशाओं का केंद्र संतान के रूप में इकलौती बेटी खुशबू ही है।
मैंने आज से 37 वर्ष पूर्व ही "बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ" को कार्यान्वित करते हुए बेटी खुशबू को M.A.(Economics), B.Ed. तक पढ़ाया और बढ़ाया, जो वर्तमान में उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्र जिला रुद्रप्रयाग के गांव डोभा (तहसील उखीमठ के ब्लॉक अगस्त्यमुनि अंतर्गत) के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में स्थाई शिक्षिका (Employee ID 154779) है। ऐसी स्थिति में अकस्मात हमारी किसी भी प्रिय-अप्रिय सूचना पर उसे हमारे पास रूड़की (हरिद्वार) तक पहुंचने में सड़क मार्ग से दो-तीन बसें बदलते हुए 6 से 7 घंटे लग जाते हैं । वह भी तब जबकि मौसम बिल्कुल साफ और अनुकूल हो और सड़क मार्ग पर यातायात निरंतर मिलता रहे। इनमें से यदि एक भी स्थिति प्रतिकूल हुई तो कभी-कभी इससे ज्यादा समय भी लग जाता है। फिर उन्हीं परिस्थितियों में उतना ही समय उसे डोभा लौटने में लगता है।
उल्लेखनीय है कि खुशबू गोयल(Employee ID 154779) लगातार साढ़े पांच वर्षों से अधिक से (नियुक्ति तिथि 2 अक्टूबर, 2014 से ही) उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्र जिला रुद्रप्रयाग के कणसिली, नौनादानकोट और डोभा गांवों में ही कार्यरत है।
अतः मेरी वर्तमान वृद्धावस्था व स्वास्थ्य परिस्थितियों को देखते हुए मानवीय आधार पर उत्तराखंड सरकार को खुशबू गोयल (Employee ID 154779) का डोभा (जिला रुद्रप्रयाग) से रूड़की (जिला हरिद्वार) स्थित किसी विद्यालय में शीघ्रताशीघ्र स्थानांतरण की प्रबल संस्तुति कर सकें तो यह पूर्व सैनिक शेष जीवनभर आभारी रहेगा।
जय हिन्द - जय भारत - वंदेमातरम्
कृपया प्राप्ति स्वीकार देने का कष्ट करें।
भवदीय,
अमर सम्राट अशोक
(Army No. 1401552)
बी -501, द्वारका अपार्टमेंट्स,
पनियाला रोड,
रूड़की - 247 667
(जिला हरिद्वार)
उत्तराखंड
Mobile: 94120 15614, 94107 08536
E-mail: narnarayan_goyal@yahoo.co.in
संलग्न :
1. केंद्रीय मंत्री व विधायक के उपरोक्त सभी पत्र,
2. बेटी खुशबू की Employee Detail एवं
3. मेरी मेडिकल रिपोर्ट्स
राज्यपाल,
उत्तराखंड सरकार,
देहरादून - 248001
2. श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,
मुख्य मंत्री,
उत्तराखंड सरकार,
देहरादून - 248001
संदर्भ : मैंने इकलौती संतान 'बेटी बचाई भी और बेटी पढ़ाई भी' परन्तु उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के आदेश VIP(M)/(B)728/XXXV-1/2018 के बाद भी शिक्षिका बेटी (Employee ID 154779) का जिला रुद्रप्रयाग से हरिद्वार जिले में तबादला न होना !
विषय : 72 वर्षीय हृदय एवं मधुमेह रोगी असहाय बुजुर्ग पूर्व सैनिक द्वारा मानवीय आधार पर शिक्षिका बेटी खुशबू के रूड़की (जिला हरिद्वार,उत्तराखंड) में स्थानांतरण हेतु गुहार
महोदय ,
मैं 72 वर्षीय पूर्व सैनिक (Army Number 1401552) हूं और 26 वर्षों से हृदय और मधुमेह रोग से पीड़ित (Heart & Diabetic Patient) हूं। मैंने 1963 से 1980 (निर्बाध 17 वर्ष) तक भारतीय सेना में पूर्ण अनुशासन, आस्था व निष्ठा से सेवा की है। इस दौरान मैंने 1965 व 1971 में हुए भारत-पाक युद्धाें में भी सक्रिय भागीदारी निभाई और बांग्लादेश के निर्माण में सेना के प्रयासों में यथोचित योगदान दिया। फलस्वरूप मुझे सेना की ओर से दो मेडल मिले हैं।
1994 से हृदय रोग व मधुमेह रोग से पीड़ित होने के कारण ही दिल्ली के एस्कॉर्ट अस्पताल में मेरी चार बार (1999, 2011, 2015 & 2017) एन्ज्योप्लास्टी (See Attached Apolo Hospital Medical Certificates) हो चुकी है। इस कारण मुझे नियमित अंतराल पर चेकअप के लिए दिल्ली जाना-आना पड़ता है। इस वजह से और वृद्धावस्थाजन्य स्वास्थय कारणों से भी मुझे लगातार देखभाल व सहयोग के लिए इकलौती बेटी खुशबू की नितांत आवश्यकता रहती है। उसकी अनुपस्थिति में आपात्कालीन स्थिति में मुझे कई बार मजबूरन पड़ोसियों की मदद लेनी पड़ती है।
यहां खेद के साथ लिख रहा हूं कि उत्तराखंड केेे मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने पत्रांक VIP(M)/(B)728/XXXV-1/2018 द्वारा अपनी सरकार के शिक्षा विभाग के सचिव को मेरी इकलौती संतान बेटी खुशबू गोयल का रुद्रप्रयाग से हरिद्वार जिले में स्थानांतरण का आदेश दिया था जैसाकि रूड़की के क्षेत्रीय विधायक श्री प्रदीप बत्रा ने अपने पत्रांक 2018-19/MLA /737 दिनांक 17.4 2018 (See Attachment) द्वारा भी शिक्षा विभाग के सचिव को स्मरण दिलाया है। श्री बत्रा की इस चिठ्ठी पर मुख्यमंत्री के वरिष्ठ निजी सचिव श्री हेम चंद्र भट्ट की सचिव, शिक्षा के नाम नोटिंग भी है। किंतु इसके बावजूद आज तक मुख्यमंत्री् के आदेश का पालन नहीं हुआ।
भाजपा विधायक श्री प्रदीप बत्रा इससे पूर्व पत्रांक 2017-18/MLA/648 दिनांक 22.1.2018 द्वारा प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री अरविंद पांडेय को और पत्रांक 2017-18/MLA/647 दिनांक 4.2.2018 द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री को बेटी खुशबू गोयल (Employee ID 154779) केेेेेेेेे रूड़की स्थानांतरण की संस्तुति कर चुके थे।
इसी संबंध में तत्कालीन मानव संसंसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ सत्य पाल सिंह ने भी अपने अर्ध शासकीय पत्र संख्या 34/2018-19 (See Attachment ) दिनांक 16 फरवरी, 2019 द्वारा उत्तराखंड के विद्यालयी शिक्षा मंत्री श्री अरविंद पांडेय को बेटी खुशबू गोयल के स्थानांतरण निवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का निवेदन किया था। लेकिन उक्त सभी पत्र 'नक्कारखाने में तूती की आवाज' सिद्ध हुए हैं।
भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत के संसद में 16 मार्च, 2020 को दिए गए बयान (See Attached Newspaper Cutting ) के अनुसार वह देश के मेरे जैसे असहाय बुजुर्गोंं की देखभाल व कल्याण के लिए बहुत चिंतित हैं और बुजुर्गों के लिए जल्द व्यापक नीति बना रहे हैं, जिसमें बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल के लिए बच्चों को आर्थिक मदद का भी प्रावधान होगा। लेकिन इसी बीच देश भर में लाकडाउन हो गया।
वर्तमान में मैं पेंशन पर ही पूर्णतया आश्रित हूं, जिस कारण आर्थिक, शारीरिक, सामाजिक और मानसिक रूप से काफी दुर्बल हो गया हूं। ऐसी स्थिति में मेरे भविष्य और आशाओं का केंद्र संतान के रूप में इकलौती बेटी खुशबू ही है।
मैंने आज से 37 वर्ष पूर्व ही "बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ" को कार्यान्वित करते हुए बेटी खुशबू को M.A.(Economics), B.Ed. तक पढ़ाया और बढ़ाया, जो वर्तमान में उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्र जिला रुद्रप्रयाग के गांव डोभा (तहसील उखीमठ के ब्लॉक अगस्त्यमुनि अंतर्गत) के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में स्थाई शिक्षिका (Employee ID 154779) है। ऐसी स्थिति में अकस्मात हमारी किसी भी प्रिय-अप्रिय सूचना पर उसे हमारे पास रूड़की (हरिद्वार) तक पहुंचने में सड़क मार्ग से दो-तीन बसें बदलते हुए 6 से 7 घंटे लग जाते हैं । वह भी तब जबकि मौसम बिल्कुल साफ और अनुकूल हो और सड़क मार्ग पर यातायात निरंतर मिलता रहे। इनमें से यदि एक भी स्थिति प्रतिकूल हुई तो कभी-कभी इससे ज्यादा समय भी लग जाता है। फिर उन्हीं परिस्थितियों में उतना ही समय उसे डोभा लौटने में लगता है।
उल्लेखनीय है कि खुशबू गोयल(Employee ID 154779) लगातार साढ़े पांच वर्षों से अधिक से (नियुक्ति तिथि 2 अक्टूबर, 2014 से ही) उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्र जिला रुद्रप्रयाग के कणसिली, नौनादानकोट और डोभा गांवों में ही कार्यरत है।
अतः मेरी वर्तमान वृद्धावस्था व स्वास्थ्य परिस्थितियों को देखते हुए मानवीय आधार पर उत्तराखंड सरकार को खुशबू गोयल (Employee ID 154779) का डोभा (जिला रुद्रप्रयाग) से रूड़की (जिला हरिद्वार) स्थित किसी विद्यालय में शीघ्रताशीघ्र स्थानांतरण की प्रबल संस्तुति कर सकें तो यह पूर्व सैनिक शेष जीवनभर आभारी रहेगा।
जय हिन्द - जय भारत - वंदेमातरम्
कृपया प्राप्ति स्वीकार देने का कष्ट करें।
भवदीय,
अमर सम्राट अशोक
(Army No. 1401552)
बी -501, द्वारका अपार्टमेंट्स,
पनियाला रोड,
रूड़की - 247 667
(जिला हरिद्वार)
उत्तराखंड
Mobile: 94120 15614, 94107 08536
E-mail: narnarayan_goyal@yahoo.co.in
संलग्न :
1. केंद्रीय मंत्री व विधायक के उपरोक्त सभी पत्र,
2. बेटी खुशबू की Employee Detail एवं
3. मेरी मेडिकल रिपोर्ट्स
The Petition was also marked to:
Prime Minister Shri Naarendra Modi
- drjitendras@gmail.com
Surakshit BharatAug 04