एक का महत्व रहा हर बार; अब की बार मोदी सरकार
नभ पे मत्स्य लटका है पर प्रतबिंब धरणी पर ही आता है,
भेदे नयन ताहि देख जो जग में पार्थ सदा वही कहलाता है;
संघर्ष करे हम नौजवान अब कुछ फर्लांग ही बाकी है,
बेग बढ़ाओ डेग उठाओ हर जन मिलना अभी बाकी है;
अश्वमेघ यज्ञ यह महाचुनाव है महा सभाऐं तो होंगी ही,
पर मत भूलो हर "एक विशेष" में उत्साह का कमल खीलना बाकी है;
कार्य बहुत है समय नहीं बस एक को दस बन जाना वाजिव है,
हर जन कमल खिलाओ हर मन, हर घर अलख जगाना बाकी है;
शत्रु नहीं कोई मित्र यहाँ सब बस ऐसा सन्देश बताना है
ललित कमल कोमल बयार में, बस "कमल पे बटन दबाना है"
--ललित-लालित्य more