क्या रेलवे में कभी सुधर हो सकता हैं ?
स्वाद तो बहुत दूर की बात हैं, जिस मात्रा में खाना दिया गया था वह पर्याप्त नहीं था | यह तो बहुत दूर की बात हैं, इस तरह की तो ना जाने कितने हजारों शिकायत हो चुकी हैं और कुछ दिनों पहले CAG ने भी पाया की रेलवे का खाना यात्रिओं के खाने लायक नहीं हैं |
क्या कभी रेलवे या सरकारी तंत्र सुधर सकता हैं? या स्वाधीनता के नाम पर भारत की सदाहरण जनता का सर्वदा ही शोषण ही होता रहेंगा ? more