ब्लैक को ऐसे बना रहे हैं व्हाइट
पेट्रोल पंप 5 फीसदी ले रहे हैं चार्ज.....
ज्वैलर्स ज्वैलरी खरीद पर पक्का बिल बनाकर वैट ले रहे हैं लेकिन वह बिल बैक डेट का बना रहे हैं। ज्वैलर्स 500 और 1,000 रुपए के नोट ले रहे हैं। शादी के सीजन में वह बढ़ी सेल को सरकार को आसानी से बता सकते हैं। ऐसा करके लोग ब्लैक को बदल रहे हैं। - बैक डेट पर बना रहे हैं बिल ताकि शादी के सीजन में सरकार भी इन पर शक न कर सके।
को-ऑपरेटिव बैंक बैक डेट में जाकर फिक्स्ड डिपोजिट कर रहे हैं। वह ऐसा कर कैश को व्हाइट में कन्वर्ट कर रहे हैं। मोदी सरकार के फैसले से पहले की डेट में जाकर एफडी करने से सरकार भी सवाल नहीं उठा सकती। ऐसे को-ऑपरेटिव बैंक को नेता सीधे तौर पर कंट्रोल करते हैं।
ग्रे मार्केट करोड़ों रुपए को चार्ज लेकर व्हाइट में कन्वर्ट कर रहा है। ग्रे मार्केट में ब्लैक मनी पर 25 फीसदी काटकर व्हाइट में पैसे दे रहे हैं। ये नोट बदलकर और अकाउंट में भी ट्रांसफर भी कर रहे हैं। व्हाइट में कन्वर्ट करने का काम चार्टेड अकाउंट कर रहे हैं। 25 फीसदी ब्लैक मार्केट ले रहा है चार्ज. more