कर्जे के भरोसे रूपांतरण
जबतक किसी भी व्यक्ति के पास पर्याप्त पैसा न हो उसने दुसरो की देखासीखी कर तुलनात्मक तरीके से वह कोशिशें नही करनी चाहिए जो उसके बस के बाहर हो । नपेतुले कदम ही सही मायने में अच्छी स्थिति को निर्माण कर सकते है । बेहिसाब खर्च नुकसानदेह होता है । अगर दूसरे की बड़ी कार है तो वैसी ही खरीदने के लिए कर्ज लेना सरासर गलत है । जितना हो सके कर्जे से बचे । जमापूंजी को ऐशोआराम के लिए खर्च कर देने जैसी गलती मनुष्य ने कभी नही करनी चाहिए । यह सीख हर क्षेत्र में लागू हो सकती है । more