फ़रीदाबाद में 11सड़कों को ठीक करने का कार्य
हर वर्ष यही होता है. चूकिं, दिवाली बरसात के थोड़े समय बाद आती है, आनन फ़ानन में पैच वर्क कर दिया जाता है, जो मुश्किल से कुछ समय ही चलता है. थोड़े समय बाद फ़िर सड़कों की वही दुर्दशा. ये व्यय किये गए धन का सदुपयोग नहीं हो सकता?
बढ़ते ट्रैफ़िक के कारण हर जगह सड़कों के चौड़ीकरण की आवश्कता है. सड़कें ऐसी बने जिनकी कम से कम 4-5 वर्ष तक मरम्मत न करनी हो. पानी की निकासी की व्यवस्था हो. सड़क 'edge to edge' हो, जो उखड़े नही. टेंडर सिर्फ़ नामी कंपनियों को दिया जाए. एक बार पैसा लगे, पर उसका पूरा सदुपयोग हो. ये wishful thinking नहीं, अकलमंदी की व्यवस्था होगी. बाक़ी एरिया को स्मार्ट सिटी न सही, 'सिटी' तो बनाना चाहिए.
आशा है, नगर निगम इस ओर ध्यान देगा. more