Press Release - 17 OCT 2015
दिल्ली की बिगड़ी कानून व्यवस्था पर गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस जवाब दें : आप
17 अक्टूबर 2015, नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में कानून व्यवस्था लगातार खराब होती जा रही है, हाल ही में राजधानी में दो बच्चियों के साथ हुई रेप की घटना के बाद से कानून व्यवस्था की समस्या और भी बड़ी अहम हो गई है। आम आदमी पार्टी लगातार राजधानी की कानून व्यवस्था के इस विषय को उठाती आई है जो सीधे तौर पर दिल्ली पुलिस और केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है। इस विषय पर आयोजित आम आदमी पार्टी की प्रैस कॉंफ्रैंस में दिल्ली संयोजक दिलीप पांडे ने कहा कि ‘जब काम करने में प्रशासनिक शक्तियों की बात आती है तो अंलोकतांत्रिक तरीके से अहम पदों पर पहुंचे लोग आगे आकर अपने आप को सर्वोपरि बताते हैं और जब कुछ गलत होता है तो सारी जिम्मेदारी दिल्ली सरकार पर डाल कर खुद भाग खड़े होते है’
दूसरी तरफ़ दिल्ली बीजेपी प्रभारी श्याम जाजू कहते हैं कि इस तरह की घटनाएं बहुत ही छोटी और साधारण हैं। आम आदमी पार्टी बीजेपी नेता श्याम जाजू के इस बयान की कड़ी निंदा करती है और ये अपील करती है कि ऐसी गंभीर घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए बल्कि दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अहम कदम उठाने चाहिए। इस मसले पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि ‘ दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है, लेकिन इसके लिए तकनीकी तौर पर जिम्मेदार दिल्ली पुलिस से हम पूछना चाहते हैं कि साल 2012 दिल्ली गैंग रेप की घटना के बाद राजधानी में दिल्ली पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाए है?’
आपको बता दें कि दिल्ली में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध और उत्पीड़न के मामलों में दिल्ली पुलिस की सक्रियता का औसत साल-दर-साल गिरता जा रहा है। खुद दिल्ली पुलिस ने निम्नलिखित आंकड़े दिल्ली महिला आयोग को उपलब्ध कराए हैं –
1. साल 2012 में 3842 मामले दर्ज़ दिए गए जिसमें से 2783 मामलों में चार्जशीट दायर हुई और सिर्फ 71 मामलों में दोषियों को सज़ा हुई।
2. साल 2013 में 9271 मामले दर्ज़ किए गए जिसमें से 6053 मामलों में चार्जशीट दायर हुई और सिर्फ 65 मामलों में दोषियों को सज़ा हुई
3. साल 2014 में 11,209 मामले दर्ज़ किए गए जिसमें से 3890 मामलों में चार्जशीट दायर की गई और मात्र 9 मामलों में दोषियों को सज़ा हो पाई।
4. साल 2015 में 7124 मामलें दर्ज़ किए गए जिसमें से 324 मामलों में चार्जशीट दायर हुई और मात्र 1 मामले में अब तक दोषी को सज़ा हुई है।
महिलाओं के खिलाफ़ अपराध और उत्पीड़न के मामलों में सक्रियता और दोषियों को सज़ा दिलाने में दिल्ली पुलिस का गिरता औसत ये दिखाता है कि महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस कतई चिंतित नहीं है और जिसे हाल ही में माननीय हाई कोर्ट ने भी माना था और दिल्ली पुलिस समेत केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी कड़े शब्दों में फटकार लगाई थी। आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता और दिल्ली पुलिस को फिर से ये भरोसा दिलाती है कि अगर उनके पास महिला सुरक्षा को लेकर कोई बेहतर योजना है तो आम आदमी पार्टी का हर-एक कार्यकर्ता पुलिस की मदद करने के लिए तैयार है।
वैट कमिश्नर के तबादले को लेकर राष्ट्रपति और गृह मंत्री से मिलेंगे आप नेता
17 अक्टूबर 2015, नई दिल्ली
दूसरी तरफ़ आम आदमी पार्टी की सरकार के गठन के बाद दिल्ली में तबादले और पोस्टिंग का धंधा बंद किया गया था।और दिल्ली सरकार गृह मंत्रालय की बनाई व्यवस्था के मुताबिक उपराज्यपाल से सलाह लेकर ही तबादले और नियुक्तियां कर रही थी लेकिन हाल ही में माननीय उपराज्यपाल द्वारा वैट कमिश्नर श्री विजय कुमार का तबादला दिल्ली सरकार से मशविरा किये बिना ही कर दिया गया। इससे सवाल खड़ा होता है कि केंद्रीय गृमंत्रालय और उपराज्यपाल कार्यालय कौन सी लॉबी के दबाव में काम कर रहे हैं? आपको बता दें कि वैट कमिश्नर श्री विजय कुमार द्वारा जनकपुरी की एक जगह से चल रही 40 फर्ज़ी कंपनियों पर कार्रवाई करने के तुरंत बाद ही मोदी सरकार के इशारे पर उपराज्यपाल महोदय ने वैट कमिश्नर श्री कुमार का तबादला करते हुए उनकी दिल्ली से रवानगी कर दी। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने इस मसले पर कहा कि ‘हम वैट कमिश्नर के इस मुद्दे पर माननीय राष्ट्रपति महोदय और केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने का वक्त मांग रहे हैं ताकि उनके सामने इस मसले को रखा जा सके और साथ ही हम दिल्ली एसीबी में भी माननीय उपराज्यपाल महोदय के खिलाफ़ शिकायत भी करेंगे
Home Ministry and Delhi Police is a failure to maintain law and order in Delhi.
17 October 2015
New Delhi
The law and order situation in the National Capital Region Delhi is deteriorating with every passing day. The recent incident of rape and attack of minors has again shaken the collective conscious of the citizens.
While, the capital reels under lawlessness and lack of safety, Delhi police is busy protecting ruling party at the centre and in framing charges against anyone who is opposed to the diktats of Narendra Modi rule.
“While the ruling party in Delhi state takes steps to strengthen law and order, central government airdrops officers and makes Lt Governor intervene to sabotage the move. It is unfortunate that BJP led central government is engaged in putting down the state government by all means possible,” Delhi unit chief of Aam Aadmi Party said in a press conference here today.
The subsequent remarks of BJP leaders are a manifestation of the anti-people stand of the party. Party leader Shyam Jaju today has termed the rape of two children as a minor incident, he added.
Delhi Police has lost its interests in policing and protection of the masses because it has been now used as a tool for the political agenda of the failed BJP in Delhi. Since BJP failed to garner any support from the people in the elections, it now uses Police to counter its political adversaries. The data provided by Delhi Police to Delhi Women's Commission proves it beyond doubt. more