जरूरी नहीं की बहूसखयको का फैसला हमेशा सही ही हो अगर नैतिक और मोरल मूल्यों पर नहीं लिया गया हो… दोस्तो अच्छाई बाकी रहती है, अगर कहीं कुछ अच्छा हो तो हमें उसका साथ देना चाहिये... दिल्ली विधानसभा में अरविन्द का इस्तीफा सबको नज़र आ रहा है... भाजपा और कांग्रेस की बदतमीज़ियाँ नहीं.....? अरविन्द ने उम्मीद जगाई है..जिनके पेट पुर भरते नहीं उनसे पूछिये..
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिये अरविन्द और आम आदमी को शुभकामनाये. इतिहास में हिटलर को कोई पसंद नहीं करता लेकिन प्रजातांत्रिक मूल्य स्थापित करने वालों को हमेशा याद रखा जाता है... more